Monday, December 15, 2014

सिडनी बंधक संकट: पांच लोग कैफे से निकले, बंदूकधारी से बातचीत शुरू

सिडनी(ऑस्ट्रेलिया)
ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में एक कैफे में एक बंदूकधारी द्वारा बंधक बनाए गए 40 लोगों में से पांच बाहर आ गए हैं।  बंदूकधारी और न्यू साउथ वेल्स पुलिस के बीच संपर्क स्थापित हो गया है और बातचीत चल रही है। टीवी फुटेज में कैफे के अंदर अभी भी कई लोगों को हवा में हाथ उठाए देखा जा रहा है। यह साफ नहीं हो पाया है कि बंधक बनाने वाले लोग कौन हैं, हालांकि कैफे की खिड़की पर अरबी लिपि में लिखा इस्लामी झंडा लहराया जा रहा है। बंधकों में से 10 कैफे स्टाफ और 30 ग्राहक बताए जा रहे हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने खबर दी है कि तीन बंधकों को छोड़ा गया है। थोड़ी देर बाद दो और बंधक कैफे से बाहर आते दिखे। भारत सरकार ने बयान जारी कर कहा है कि बंधकों में एक भी भारतीय नहीं है।

लिंट चॉकलेट कैफे शहर के बीचों-बीच मार्टिन प्लेस में है। यहां रिजर्व बैंक ऑफ ऑस्ट्रेलिया के साथ-साथ देश के दो बड़े बैंकों के मुख्यालय भी हैं। पास ही भारतीय वाणिज्य दूतावास का दफ्तर भी है। घटनास्थल की तरफ जाने वाली सड़कों के साथ-साथ इन दफ्तरों को भी फिलहाल बंद करके खाली करा लिया गया है और कैफे के बाहर भारी संख्या में सशस्त्र अधिकारियों ने मोर्चा संभाल लिया है। रेल सेवा भी फिलहाल रोक दी गई है और लोगों से इस जगह से दूर रहने को कहा गया है। पुलिस की एक प्रवक्ता ने कहा है कि अभी तक घटनास्थल से किसी के घायल होने की खबर नहीं है।


                                                            (बंधक संकट के बाद इलाके को पुलिस ने खाली करा लिया है)

टीवी की फुटेज में तीन लोग इमारत से बाहर आते हुए देखे जा रहे हैं। दो लोग शीशे के दरवाजों से बाहर आए, जबकि एक अन्य व्यक्ति आपातकालीन दरवाजे से बाहर आया। इस बीच, पुलिस ने कहा है कि बंदूकधारी से संपर्क साध लिया गया है। यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है कि जो लोग इमारत से बाहर आए हैं उन्हें बंदूकधारी ने छोड़ा है या पुलिस ने रिहा कराया है। टीवी फुटेज में दिखाया गया है कि कैफे के अंदर दो लोग हाथ में काले झंडे जैसा कुछ लिए हुए हैं, जिस पर सफेद रंग में अरबी में लिखा हुआ है, 'अल्लाह एक है।'

टीवी रिपोर्ट में कहा गया है कि बंदूकधारी ने प्रधानमंत्री टोनी ऐबट से बात कराने की मांग की है। कैफे के सीईओ का कहना है कि अंदर 30 ग्राहक और 10 कर्मचारी मौजूद हैं।

ऐबट ने लोगों से अपील की है कि वो घबराएं नहीं और सामान्य तरीके से अपना काम करते रहें। उन्होंने कहा कि सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। उन्होंने कहा है कि कैबिनेट की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति को इस मामले की जानकारी दी गई ही है। ऐबट ने एक बयान में कहा, 'यह बेहद चिंताजनक घटना है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के सभी लोगों को फिर से आश्वस्त होना चाहिए कि हमारी पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अच्छी तरह से प्रशिक्षित और अत्याधुनिक हथियारों से लैस हैं और पेशेवर तरीके से इस घटना से निपट रही हैं।'



(टीवी फुटेज में कैफे से भागकर बंधक बाहर आते दिखे)

न्यू साउथ वेल्स की उपायुक्त कैथरीन बर्न ने बताया कि मार्टिन प्लेस स्थित लिंट कैफे से बाहर आए तीन लोग पुलिस के साथ हैं। चैनल-7 पर तीन लोग (एक कैफे का स्टाफ और दो अन्य) कैफे से भाग कर बाहर आते देखे गए। कैथरीन ने कहा, 'मेरे पास जो सूचना है, वह यह है कि अभी किसी को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचा है या घायल नहीं हुआ है।' उन्होंने कहा कि हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण उन बंधकों की सुरक्षा है और मैं ऐसा कुछ नहीं करना चाहूंगी जिससे उन बंधकों की सुरक्षा पर असर पड़े। 

कैथरीन ने कहा कि वह कैफे में मौजूद लोगों की संख्या की पुष्टि नहीं कर सकतीं। उन्होंने कहा, 'पुलिस के वार्ताकारों ने बंदूकधारी से संपर्क किया था और वे संपर्क करना जारी रखेंगे। हम एक शांतिपूर्ण समाधान के लिए काम कर रहे हैं।' ऐंटि टेरर ऑपरेशन में सिडनी के एक व्यक्ति की गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद यह बंधक प्रकरण हुआ है, लेकिन आयुक्त ने कहा कि दोनों घटनाओं में आपस में संबंध प्रतीत नहीं होता। सिडनी में सुरक्षा एहतियात के तौर पर मार्टिन प्लेस के नजदीक अमेरिकी वाणिज्य दूतावास और अन्य इमारतों को खाली करा लिया गया है

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