Monday, December 15, 2014

रहिए तैयार, जल्द ही बढ़ेगी कारों की कीमतें

Carsचंचल पाल चौहान, नई दिल्ली

अगर आप किसी कार का नया मॉडल खरीदने की तैयारी कर रहे हैं तो ज्यादा कीमत चुकाने के लिए तैयार रहिए। ऑटो कंपनियां जनवरी से प्रॉडक्ट्स के दाम बढ़ाने जा रही हैं। लंबे गैप के बाद कार इंडस्ट्री दाम बढ़ाने जा रही है। ऑटो इंडस्ट्री की रिकवरी को लेकर तस्वीर साफ नहीं है, लेकिन कंपनियों का कहना है कि उनका खर्च बढ़ रहा है। अधिक डिस्काउंट से उनकी प्रॉफिटेबिलिटी पर बुरा असर हुआ है। इसलिए कीमतों में बढ़ोतरी उनकी मजबूरी हो गई है।

मारुति सुजुकी 14 महीने के बाद दाम बढ़ाने जा रही है। इससे पहले कंपनी की ओर से दाम बढ़ाने में इतना लंबा गैप कभी नहीं आया था। ह्युंदै भी दाम बढ़ाने जा रही है। वह सोमवार को ही इसका ऐलान कर सकती है। होंडा और टोयोटा भी दाम बढ़ाने का फैसला जल्द लेंगी। यह जानकारी इन कंपनियों के एग्जेक्यूटिव्स ने दी है।

जहां डोमेस्टिक मार्केट में मारुति, ह्यूंदै, होंडा और टोयोटा का परफॉर्मेंस बढ़िया रहा है वहीं कमजोर सेल्स का सामना करने वाली कंपनियां भी दाम बढ़ाने की तैयारी में हैं। देश की सबसे बड़ी यूटिलिटी वीइकल कंपनी महिंद्रा ऐंड महिंद्रा तो पहले ही कीमतें बढ़ा चुकी है। ह्यूंदै मोटर इंडिया में सीनियर वाइस प्रेजिडेंट (मार्केटिंग और सेल्स) राकेश श्रीवास्तव ने कहा, 'इंडस्ट्री की हालत अच्छी नहीं है। इसके बावजूद हम जनवरी से दाम बढ़ाएंगे। हमारे लिए रॉ मटीरियल की कॉस्ट बढ़ी है। रुपये की तुलना में डॉलर के मजबूत होने से हमें स्टील और दूसरे अलॉयज मंगाने पर ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ रहा है।' कंपनी अपनी गाड़ियों के दाम में 5,000 से 25,000 रुपये तक का इजाफा कर सकती है।

मारुति सुजुकी के एग्जेक्यूटिव डायरेक्टर (मार्केटिंग ऐंड सेल्स) आर एस कलसी के मुताबिक, कंपनी यह तय कर रही है कि दाम में कितनी बढ़ोतरी की जाए। उन्होंने ईटी को बताया, 'हमने पिछली बार 2013 के आखिर में दाम बढ़ाए थे। उसके बाद कई कमोडिटी की कॉस्ट बढ़ी है। इसलिए हम जनवरी से गाड़ियों के दाम बढ़ाने जा रहे हैं।'

मार्च 2014 तक के पिछले दो फाइनैंशल ईयर में ऑटो सेल्स में गिरावट आई थी। फाइनैंशल ईयर 2015 भी इंडस्ट्री के लिए अच्छा नहीं रहा है। अप्रैल से नवंबर के बीच 5 महीनों में सेल्स सिंगल डिजिट में बढ़ी और 3 महीनों में पैसेंजर वीइकल्स सेल्स में गिरावट आई। वहीं, इस दौरान कुल मिलाकर सेल्स 2.68 पर्सेंट बढ़ी। इस साल फरवरी में सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में 4-6 पर्सेंट की कटौती की थी। यह दिसंबर में खत्म हो रही है। अगर सरकार इस छूट को और नहीं बढ़ाती तो कंज्यूमर्स पर बोझ 25,000 रुपये से लेकर इंपोर्टेड लग्जरी गाड़ियों पर 5 लाख रुपये तक बढ़ सकता है। इंडस्ट्री एक्साइज ड्यूटी में कटौती को आगे भी जारी रखने की मांग कर रही है।

No comments:

Post a Comment